शलजम कैसे रखता है किडनी को स्वस्थ - How Turnip Keeps Kidney Healthy
शलजम सर्दियों के मौसम में मिलने वाली एक मौसमी सब्जी है| शलजम को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है| सर्दियों के मौसम में सर्दी-खांसी, बुखार से बचाने में मददगार है शलजम| शलजम को औषधीय गुणों की खान माना जाता है. शलजम एक ऐसा सब्जी है जिसका सेवन शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए किया जाता है| शलजम में विटामिन सी, विटामिन के, बीटा कैरोटिन और पोटैशियम जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे किडनी रोग से बचाने में मदद कर सकते हैं| शलजम को आप अपनी डाइट में जूस और सलाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते है| शलजम के सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है| शलजम में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है, जो सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए भी अच्छा माना जाता है| तो चलिए यहां पर हम आपको शलजम से मिलने वाले लाभों के बारे में बताते हैं!
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए:-
एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना जरूरी है| इसलिए, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए इम्यून बूस्टिंग फूड्स में शलजम को शामिल किया जा सकता है। आयुर्वेदिक शोध में शलजम में इम्यूनोलॉजिकल प्रभाव का जिक्र मिलता है, जो इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं | वहीं, इसमें विटामिन-सी की मात्रा पाई जाती है और विटामिन-सी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकता है जो आपकी किडनी को स्वस्थ बनाएं रखती है|
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए:-
मधुमेह और इंफ्लेमेशन को हृदय रोग का जोखिम कारक माना गया हैं| वहीं, हार्ट स्पेशलिस्ट का मानना है कि शलजम में एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने वाला, एंटीडायबिटिक डायबिटिज से बचाव करने वाला और एंटी-इंफ्लामेटरी सूजन को कम करने वाला गुण मौजूद होते हैं, जो इन समस्याओं और बीमारियों से होने वाले हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद सकते हैं| इसलिए सर्दियों के मौसम में शलजम के सेवन से आप हार्ट संबंधी बीमारी और किडनी दोनों को ही खराब होने बचा सकते है|
ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए:-
ब्लड प्रेशर के बढ़ने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें हृदय से जुड़े रोग भी शामिल हो सकते हैं| वहीं, शलजम का सेवन ब्लड प्रेशर के बढ़ने के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। यह पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने में और उसे नियंत्रित करने में मदद कर सकता है|
हड्डियों के स्वास्थ्य लिए:-
हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी शलजम का सेवन लाभदायक परिणाम दिखा सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से इस बात की जानकारी मिलती है कि शलजम में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। वहीं, हड्डियों के निर्माण और उनको मजबूत रखने में कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है | ऐसे में हम कह सकते हैं कि हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए शलजम का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
फेफड़ों की स्वास्थ्य के लिए:-
फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए भी शलजम का सेवन कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, एक शोध में जिक्र मिलता है कि शलजम का सेवन फेफड़े के कैंसर से बचाव का काम कर सकता है। हालांकि, इसकी कार्यप्रणाली को लेकर शोध में किसी प्रकार का जिक्र नहीं किया गया है| वहीं, यह और किस प्रकार फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है|
लिवर और किडनी के लिए
शलजम का उपयोग लिवर और किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, शलजम हेपेटोप्रोटेक्टिव लिवर को नुकसान से बचाने वाला और नेफ्रोप्रोटेक्टिव किडनी को नुकसान से बचाने वाला)प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है, जो लिवर और किडनी की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, इस शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि शलजम के औषधीय गुण के कारण इसका इस्तेमाल लिवर और किडनी से जुड़ी बीमारियों में किया जा सकता है|
त्वचा के लिए फायदेमंद: -
त्वचा के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी शलजम के औषधीय गुण काम कर सकते हैं। शलजम में विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है और यह एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट का भी मुख्य स्रोत है, जो मुक्त कणों से लड़ने में मदद कर सकता है । विटामिन-सी त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकता है। यही नहीं, विटामिन-सी समय से पहले त्वचा पर एजिंग के प्रभाव को रोकने में भी सहायक सिद्ध हो सकता है। इसके अलावा, त्वचा को पुनर्जीवित करने और त्वचा से दाग-धब्बों को हटाने में भी विटामिन सी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके लिए शलजम को जूस के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
Ayurvedic Treatment for Serum Creatinine Level
किडनी शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हैं| इसलिए आपको अपने खाने-पीने पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता होती हैं| आप अपने खाने में कम मसालेदार और विशेष रूप से सिमित मात्रा में नमक का सेवन करके किडनी की खराबी जैसी समस्या से खुद को बचा सकते हैं| यदि आपको किडनी संबंधी कोई परेशानी होती हैं तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों का सेवन करें बिना किडनी की जाँच करवाएं खुद से कोई दवाई न खाएं ऐसा करने से आपकी किडनी की ख़राब होने की संभावना अधिक बढ़ जाती हैं| अपनी डाइट में संतुलित आहार का सेवन करें| यदि आप किडनी संबंधी समस्या से ग्रसित हैं तो आयुर्वेदिक औषधियों से भी अपना उपचार करवा सकते हैं|
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